कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ममता बनर्जी ने 2024 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया है। ममता ने बुधवार को कहा- पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस ने मेरा प्रस्ताव ठुकराया है। हम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेंगे। ममता ने कहा कि मेरी कांग्रेस से कोई चर्चा नहीं हुई है। मैंने हमेशा कहा है कि बंगाल में हम अकेले लड़ेंगे। मुझे इस बात की बिल्कुल चिंता नहीं है कि देश में क्या होगा, लेकिन हम सेक्युलर पार्टी हैं और बंगाल में हम अकेले भाजपा को हराएंगे। मैं अब भी I.N.D.I.A अलायंस का हिस्सा हूं। राहुल गांधी की न्याय यात्रा हमारे राज्य से गुजर रही है, लेकिन हमें इसके बारे में बताया तक नहीं गया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंगाल में कांग्रेस लोकसभा चुनाव के लिए 10 से 12 सीटों की मांग कर रही है, जबकि TMC केवल दो सीटें देने पर अड़ी है। यह वे सीटें हैं जिन्हें कांग्रेस ने साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जीता था। TMC, कांग्रेस और बंगाल की लेफ्ट पार्टियां भी I.N.D.I.A का हिस्सा हैं। दो दिन पहले ममता ने कहा था कि TMC के पास BJP से चुनाव में मुकाबला करने की ताकत भी है और जनाधार भी है। लेकिन कुछ लोग सीट शेयरिंग पर हमारी बात सुनना नहीं चाहते हैं। यदि आप (कांग्रेस) BJP से नहीं लड़ना चाहते हैं, तो मत लड़ो। कम से कम हमें (TMC) को सीट दे दो। उन्होंने सीट शेयरिंग में देरी के लिए भी कांग्रेस को ही जिम्मेदार बताया।
अधीर रंजन बोले- हम उनकी दया पर चुनाव नहीं लड़ेंगे
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी ने 23 जनवरी को ममता बनर्जी पर निशाना साधा था। उन्होंने ममता को मौका परस्त बताया और कहा- हम उनकी दया पर चुनाव नहीं लड़ेंगे। कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ना जानती है और हमने पश्चिम बंगाल में दो सीटें TMC और BJP को हराकर जीती हैं। ममता खुद कांग्रेस की दया से साल 2011 में बंगाल की सत्ता में आईं। चौधरी का यह बयान राहुल गांधी के असम में मंगलवार को दिए बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ममता कांग्रेस के बहुत करीब हैं। सीट शेयरिंग पर बातचीत चल रही है। कभी-कभी हमारे नेता कुछ कहते हैं, उनके नेता कुछ कहते हैं और यह चलता रहता है। यह एक स्वाभाविक बात है। इस तरह की टिप्पणियों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।