सीवान : सरकारी दावे और प्रयास से इतर आज भी प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति काफी खराब है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अभाव में अभिभावक कष्ट कर के भी अपने बच्चों को सरकारी स्कूल के बजाय निजी स्कूलों में भेजना पसंद करते हैं। वहीं, क्षेत्र में बड़े व अच्छे अस्पतालों की कमी, स्वास्थ्य सेवाओं का खस्ताहाल होना लोगों के लिए परेशानी की सबब है इसलिए शिक्षा और स्वास्थ्य मेरी प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर है। उक्त बातें, सामाजिक कार्यकर्ता तथा 112, महराजगंज विधानसभा से भावी विधायक प्रत्याशी अमित कुमार उर्फ अमित बाबा ने कहीं।
शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली मॉडल का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में सरकारी स्कूल किसी भी मामले में प्राइवेट स्कूलों से कम नहीं है जबकि बिहार में सरकारी स्कूलों की स्थिति यह है कि यहां लोग अपने बच्चों को स्कूलों में भेजने से कतराते हैं। वर्तमान में कुछ शिक्षकों की योग्यता भी सवालिया निशान के दायरे से अछूते नहीं है जिस कारण शिक्षा का स्तर क्षेत्र में गिरा है और अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं इसे लेकर आगे जांच करा शिक्षा व्यवस्था में महत्वपूर्ण परिवर्तन करनेे की कोशिश करूंगा। वहीं, स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर अमित बाबा ने कहा कि सीवान जिले के महाराजगंज व भगवानपुर हाट ब्लॉक में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति काफी दयनीय है। इन केंद्रों पर न तो बेड की उचित व्यवस्था है और ना ही इलाज के लिए ऑक्सीजन इत्यादि उपलब्ध है बल्कि मरीजों को फौरन यहां से अन्य जगह ट्रांसफर कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि संबंधित विभाग तक इस मुद्दे को उठाकर स्वास्थ्यय व्यवस्था को दुरुस्त किया जा सके। इस दौरान उन्होंने ब्लॉक स्तरीय व्याप्त भ्रष्टाचार का भी जिक्र किया।