नई दिल्ली : आजादी के महापर्व 15 अगस्त पर इस बार पहली बार लाल किले से स्वदेशी तोप से सलामी दी जाएगी। ऐसा पहली बार होगा जब पूरी तरह से भारत में बनी तोप से सलामी दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण करने के बाद राष्ट्र को पारंपरिक भाषण देंगे।
लाल किले पर औपचारिक 21 तोपों की सलामी के दौरान पहली बार स्वदेशी होवित्जर तोप, उन्नत टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) फायर करेगी। प्रधानमंत्री के लिए गार्ड ऑफ ऑनर दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से प्रत्येक में एक अधिकारी और 20 पुरुष शामिल होंगे।
पिछली बार की तरह इस बार भी यहां हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई जाएगी। पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री के भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे।
सूत्र के अनुसार इस बार लाल किला परिसर और इसके आसपास अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह की अज्ञात उड़ रही चीज को गिराने के लिए दो तरह के एंट्री ड्रोन सिस्टम लगाए गए हैं। इस बार कोरोना का खतरा कम होने की वजह से आम लोगों की भागेदारी भी पिछले साल के मुकाबले दो गुना होगी। देशभर से एनसीसी के कैडेट इसमें शरीक होंगे। साथ ही दुनियाभर से भी यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कैडेट्स को आमंत्रित किया गया है।