लखनऊ: उत्तर प्रदेश में फिर से भाजपा की सरकार बनाने के लिए साधु-संतों के अलावा सभी सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने तैयारी कर ली है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिन्दू परिषद (विहिप), हिन्दू युवा वाहिनी, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, हिन्दू महासभा, हिन्दू जागरण मंच, बजरंग दल जैसे कई संगठनों के कार्यकर्ता शत-प्रतिशत मतदान के लिए हर घर मतदाता जागरुकता का पत्रक पहुंचाने में जुटे हैं।
वहीं जनता को जागरूक करने के लिए साधु-संतों से जुड़ी संस्था अखिल भारतीय संत समिति ने गांव-गांव साधु-संतों की टोलियों को भेजने का फैसला लिया है। 03 फरवरी को प्रयागराज में अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानन्द सरस्वती के नेतृत्व में संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन में संत समाज उत्तर प्रदेश में हिन्दुत्वनिष्ठ सरकार बनाने का आह्वान करेगा।
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इतना ही नहीं केन्द्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार में धर्म, अध्यात्म, पर्यटन एवं संस्कृति के क्षेत्र में किये गए कार्यों को गिनाकर साधु-संत समाज के लोगों से यह अपील करेंगे कि हिन्दू समाज की भलाई, मठ-मंदिरों की सुरक्षा और उद्धार चाहते हैं तो फिर से एकबार भाजपा सरकार बनानी होगी। इसके लिए साधु-संत गांव-गांव जाकर भाजपा सरकार की उपलब्धियां गिनाएंगे।
सभी जिलों में संतों की टोलियां बन गयी हैं। उन्होंने बताया कि 03 फरवरी को प्रयागराज के माघ मेला क्षेत्र में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इससे पूर्व अयोध्या, नैमिषारण्य, वृन्दावन एवं चित्रकूट में संत सम्मेलन हो चुका है। उन्होंने बताया कि शत प्रतिशत मतदान हमारा लक्ष्य है। इसके लिए विहिप ने प्रखंड स्तर पर विस्तारक भी निकाले हैं। ये विस्तारक स्थानीय विहिप के पदाधिकारियों से समन्वय करते हुए गांव-गांव घूमकर जनता को जागरूक कर रहे हैं। इसके लिए मतदाता जागरुकता का पत्रक सभी स्थानों पर पहुंच गया है।
विश्व हिन्दू परिषद ने हिन्दू समाज से शत-प्रतिशत मतदान का आह्वान किया है। इसके लिए व्यापक रूप से मतदाता जागरुकता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। विहिप पदाधिकारियों का कहना है कि विहिप के एजेंडे के करीब भाजपा है, इसलिए उसका समर्थन हम कर रहे हैं।
अनुच्छेद 370 की समाप्ति और भव्य राम मंदिर का निर्माण भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही हो रहा है। इनका प्रयास है कि हिन्दू समाज एकजुट होकर वोट करे। विहिप का मानना है कि हिन्दू मतों के बंटवारे के कारण हिन्दू समाज के हित की अनदेखी करने वाले दल सत्ता में आ जाते हैं। इस बार हिन्दू समाज को सोच-समझकर सौ प्रतिशत मतदान करने के लिए आगे आना चाहिए।