कोरोना काल में भी नेत्र मरीजों की नि:शुल्क सेवा में समर्पित ‘प्रेम मिलन’

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मरीज की थर्मल स्क्रीनिंग करते प्रेम मिलन (कोलकाता) के प्रधान सचिव चंद्रकांत सराफ

आनेवाले मरीजों के लिए पूरे सुरक्षा विधि का पालन करते हुए 16 जुलाई से दी जा रही नेत्र से जुड़ी सारी सेवाएँ

कोलकाता : महानगर की संस्था ‘प्रेम मिलन’ (कोलकाता) ने कोरोना की इस कठिन घड़ी में भी अपनी जिम्मेदारी का पूरी तरह से निर्वाह करते हुए नेत्र मरीजों के लिए अपनी नि:शुल्क सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं। प्रेम मिलन (कोलकाता) के प्रधान सचिव चंद्रकांत सराफ ने बताया कि संस्था के नेत्र रोग की तकनीकी जानकार रेणु सिंह एवं अन्य डॉक्टर की सेवा भावना से हीं इस सेवाकार्य को पुनः आरंभ किया गया हैं। सराफ ने कहा कि कोरोना की इस घड़ी में भी सैकड़ों ऐसे नेत्र के मरीज हैं, जो लगातार परेशान हो रहे थे, इनकी परेशानी को देखते हुए संस्था ने कोरोना काल में भी उन्हें सेवाएं देने का फैसला लिया है। इसके तहत 16 जुलाई से एक बार फिर से प्रेम मिलन ने नेत्र मरीजों के लिए 160, रवींद्र सरणी, कोलकाता-7 में स्थित संस्था के भवन में नि:शुल्क सेवाएं देना शुरू कर दिया है।

सोमवार से शनिवार तक सुबह 10.30 बजे से लेकर 11.30 बजे तक उन्हीं मरीजों के नेत्रों की जांच की जा रही है जिनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं। प्रेम मिलन संस्था के भवन में कोरोना की रोकथाम के लिए पूरी तरह से सुरक्षा से जुड़ी सावधानियों का पालन किया जा रहा है। चिकित्सक निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट पहनकर मरीजों के आंखों की जांच कर रहे हैं। इसके अलावा आगंतुक मरीजों को चेहरे पर मास्क, हाथों में दस्ताने व सेनेटाइजर इस्तेमाल कर खुद को वायरस के संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।

इधर बड़ाबाजार में संस्था के इस सराहनीय कदम की लोग काफी सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि मुसीबत की इस घड़ी में जहां अन्य संस्थान बंद पड़े हैं, इस समय आगे आकर नेत्र मरीजों की समस्याओं के बारे में सोचते हुए उन्हें फिर से पूरी तरह से नि:शुल्क सेवाएं प्रदान करने के इस फैसले से सैकड़ों नेत्र मरीजों के चेहरों पर फिर से खोई मुस्कान वापस लौट आयी हैं।

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