इस्लाबामाबाद : 14 अगस्त को पाकिस्तान ने अपना स्वतंत्रता दिवस मनाया लेकिन वहाँ की पत्रकार मारवी का कहना है कि अब भी स्वतंत्रता के लिए पाकिस्तान की लड़ाई जारी है। उन्होंने इस बाबत एक ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान, सिंध, गिलगित-बाल्टिस्तान, पाक के हिस्से वाले कश्मीर, मीडिया, संसद, एक्टिविस्ट, 1000 लापता लोग,… कोई भी स्वतंत्र नहीं है। जन्मदिन मुबारक हो पाकिस्तान! ‘
पाकिस्तान में रह रहे अल्पसंख्यकों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। यहाँ रह रहे शियाओं, अहमदियों, हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों के साथ बदतर व्यवहार किया जाता है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में एक बार फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया था। वहीं बता दें कि इसी के कुछ घंटे पहले ही अहमदी अल्पसंख्यक समुदाय के एक बुजुर्ग को पेशावर में हमलावरों ने गोली मार दी थी।
दूसरी तरफ शुक्रवार को वॉयस फॉर सिंधी मिसिंग पर्सन्स और अन्य मानवाधिकारों संगठनों ने सिंध में लापता व्यक्तियों के परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए एक विरोध रैली का भी आयोजन किया था, जिसमें उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों के पीछे वर्दी शामिल है के नारे लगाते हुए पाकिस्तानी सेना पर निशाना साधा।