कोलकाता: आईएसएफ (ISF) विधायक नौसाद सिद्दीकी 40 दिनों बाद जेल से रिहा हुए। शनिवार जेल से बाहर आते ही नौशाद सिद्दीकी ने कांग्रेस नेता व अधिवक्ता कौस्तव बागची की गिरफ्तारी की निंदा की। उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस और राज्य प्रशासन तृणमूल कांग्रेस के एक हथियार के तौर पर काम कर रहा है ताकि विपक्ष को डरा धमका कर चुप कराया जा सके। इसका कोई लाभ नहीं होगा।
प्रेसिडेंसी जेल के सामने नौशाद (Naushad Siddiqi) के स्वागत के लिए सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक आए थे। उन्होंने कहा कि कोई अगर सोचता है कि मुझे डरा कर चुप करा देगा तो यह होने वाला नहीं है। लोगों के समर्थन से मैंने लड़ाई लड़ी है और हमेशा लडूंगा।
अब विधानसभा की बारी है। शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार (SSC Scam) से लेकर सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते तक का मुद्दा उठाउंगा। उल्लेखनीय है कि गत 21 जनवरी को कोलकाता के धर्मतल्ला में विरोध प्रदर्शन के दौरान नौशाद सिद्दीकी को उनके 56 समर्थकों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। उसके बाद से 40 दिनों से वह जेल में थे।