कोलकाता: राजस्थान में सचिन पायलट (Sachin Pilot) और अशोक गहलोत के बीच चल रहे विवाद को लकेर कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) की तरफ से बड़ा बयान सामने आया है। जयराम रमेश ने रविवार को कहा कि अगर जरूरत होगी तो पार्टी कठिन फैसले लेने से भी नहीं हिचकिचाएगी और राजस्थान में संगठन को मजबूत करने के लिए हर काम किया जाएगा।
पिछले हफ्ते अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सचिन पायलट को ‘गद्दार’ कहा था। उन्होंने यह भी कहा था कि सचिन पायलट कभी भी उन्हें हटा नहीं सकते हैं। गहलोत ने यह भी कहा कि सचिन पायलट ने 2020 में कांग्रेस के खिलाफ बगावत की और राज्य सरकार को गिराने की कोशिश की। हालांकि सचिन पायलट ने प्रतिक्रिया में यह कहा कि वह इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं कर सकते हैं।
मीडिया द्वारा राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत को लेकर सवाल किए जाने पर जयराम रमेश ने कहा कि संगठन हमारे लिए सर्वोपरी है। राजस्थान के मसले का हम जल्द ही ऐसा हल निकालेंगे जिससे हमारी पार्टी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए चाहे हमें कठिन फैसले लेने हों तो हम लेंगे। हालांकि इसके लिए उन्होंने कोई भी समय सीमा नहीं बताई।
मध्य प्रदेश में मीडिया से जयराम रमेश ने कहा कि अशोक गहलोत के कुछ शब्द “अप्रत्याशित” थे और उन्हें इनका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए था। मीडिया से बातचीत में जयराम ने कहा, “मैं दोहराना चाहूंगा कि गहलोत हमारी पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं, वहीं पायलट युवा, लोकप्रिय और ऊर्जावान नेता हैं। पार्टी को गहलोत और पायलट, दोनों की जरूरत है।”
उन्होंने कहा, “कुछ मतभेद हैं। मुख्यमंत्री की ओर से कुछ शब्द इस्तेमाल किए गए हैं जो अप्रत्याशित थे और जिनसे मुझे भी आश्चर्य हुआ।” जयराम रमेश ने कहा कि अगर (गहलोत और पायलट के गुटों के बीच) समझौता कराया जाना है, तो समझौता कराया जाएगा। गहलोत-पायलट की रार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व राजस्थान के मसले के उचित हल पर विचार कर रहा है।