नई दिल्ली: भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिये टीकाकरण अभियान के दौरान भारत के सामर्थ्य का प्रमाण नजर आया।
संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति आज अपने अभिभाषण की शुरूआत करते हुए देश के उन लाखों स्वाधीनता सेनानियों को नमन किया जिन्होंने अपने कर्तव्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी और भारत को उसके अधिकार दिलाए। उन्होंने आजादी के इन 75 वर्षों में देश की विकास यात्रा में अपना योगदान देने वाले सभी महानुभावों का स्मरण किया।
उन्होंने कहा, “ सरकार और नागरिकों के बीच परस्पर विश्वास, समन्वय और सहयोग, लोकतंत्र की ताकत का अभूतपूर्व उदाहरण है। इसके लिए, मैं देश के प्रत्येक हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर का, हर देशवासी का अभिनंदन करता हूं।”
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राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ इस लड़ाई में भारत के सामर्थ्य का प्रमाण कोविड वैक्सीनेशन प्रोग्राम में नजर आया है। हमने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से भी ज्यादा वैक्सीन डोज लगाने का रिकॉर्ड पार किया। उन्होंने कहा कि आज देश में 90 प्रतिशत से अधिक वयस्क नागरिकों को टीके की एक डोज मिल चुकी है, जबकि 70 प्रतिशत से अधिक लोग दोनों डोज ले चुके हैं। भारत में बन रही वैक्सीन्स पूरी दुनिया को महामारी से मुक्त कराने और करोड़ों लोगों का जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।
कोविन्द ने कहा कि सरकार द्वारा 64 हजार करोड़ रुपए की लागत से शुरू किया गया प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इनफ्रास्ट्रक्चर मिशन एक सराहनीय उदाहरण है। इससे न केवल वर्तमान की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी, बल्कि आने वाले संकटों के लिए भी देश को तैयार किया जा सकेगा।