Zee Tv के सितारों ने ऐसे सेलिब्रेट किया गणेशोत्सव

0
10

मुंबई : आज गणपति बप्पा सबके घरों में पधार चुके हैं। विध्नहर्ता के आगमन के साथ त्योहारों के मौसम की शुरूआत हो चुकी है। हमारे और आपके तरह ही छोटे पर्दे के सितारे भी बाप्पा का स्वागत बड़े धूम-धाम से करते हैं। आइए जानते हैं गणेश चतुर्थी के मौके पर Zee Tv के सितारों का क्या कहना है –

पूजा बनर्जी (कुमकुम भाग्य की रिया) : इस साल का गणेशोत्सव दूसरे सालों से थोड़ा अलग होगा। Covid-19 की वजह से  new normal में, मैं इस साल अपने किसी दोस्त के घर या मंडल नहीं जाऊंगी। मगर मैं अपने घर पर गणपति की पूजा जरूर कर रही हूँ। इस साल मैं पहली बार बाप्पा के लिए गुड़ और नारियल के मोदक भी बनाऊंगी। हाँ, मैं यह जरूर कहूँगी कि मैं Normal गणेशोत्सव को जरूर Miss कर हूँ। बचपन में, जब मैं नागपुर में रहती थी, वहाँ गणपति की मूर्ति के आने से लेकर विसर्जन तक मैं दिल खोल कर नाचती थी, ढोल बजाती थी। विसर्जन के समय बारिश में भी हम नाचते और ढोल बजाते हुए ही सड़कों पर जाते थे। मुंबई में दोस्तों के घर जाना, गणेश वंदना करना यह सब हमारी जिन्दगी का हिस्सा होता था। यह हमारे लिए reunion का मौका होता था। भगवान गणेश वास्तव में विघ्नहर्ता हैं और मैं उनसे प्रार्थना करूंगी कि वे सारे विघ्नों को हर लें।  

रीम शेख (तुझसे है राब्ता की कल्याणी) : हर साल की तरह इस साल भी हम गणपति बाप्पा का स्वागत ‘तुझसे है’ राब्ता के सेट पर करने को लेकर बहुत Excited हैं। यह लगातार तीसरा साल है जब हम सब साथ मिलकर गणेशोत्सव मना रहे हैं। हमारे शो में भी दर्शकों को दिलचस्प Twists दिखेंगे। मुझे पूरी उम्मीद है कि दर्शकों को ये Twists बहुत पसंद आएंगे। मेरी तरफ से सभी को गणेश चतुर्थी की ढेर सारी शुभकामनाएँ। 

करण जोटवानी (कुर्बान हुआ का नील) : मैं अपने घर में गणपति की पूजा तो नहीं करता हूं लेकिन हमारी सोसाइटी में गणेशोत्सव करीब ढाई दिनों तक मनाया जाता है। मगर इस साल सोसाइटी ने  Precaution लेते हुए गणेशोत्सव नहीं मनाने का निर्णय लिया है। मैं इस साल बाप्पा की पूजा को बहुत Miss करने वाला हूँ। खासतौर पर जब गणपति का समुन्दर में विसर्जन किया जाता है। मुझे लगता है कि गणेशोत्सव को मनाने का सबसे सुरक्षित तरीका बाप्पा को अपने दिल में बैठाना है। मैं अपने सभी दर्शकों से अनुरोध करूंगा कि वे भीड़भाड़ वाले जगहों पर जाने से बचें और Eco-Friendly गणेश चतुर्थी मनाएँ। 

अदनान खान (इश्क सुभानल्लाह के कबीर) : मैं कभी भी गणपति की मूर्ति अपने घर पर नहीं लाया लेकिन मुझे वह  Energy बहुत पसंद है जिसके साथ सभी इस त्योहार को मनाते हैं। मुझे मिठाईयाँ बहुत पसंद हैं। इसलिए पूजा के दौरान अलग-अलग तरह के मोदक का स्वाद लेने से मैं कभी नहीं चूकता हूँ। जब भी मैं लोगों को त्योहार मनाते हुए देखता हूँ, मुझे लगता है कि वे अपने  Excitement को थोड़ा ऊपर ही ले जा रहे हैं। इस साल मैं जरूर उस Energy और Enthusiasm को Miss करने वाला हूँ। मगर उम्मीद है कि अगले साल वह पुराना वाला Excitement फिर से देखने को मिलेगा। 

प्रतिभा रांटा (कुर्बान हुआ की चाहत) : उत्तर भारत में भी हम गणपति पूजन करते हैं लेकिन महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में इसे मनाने के तरीके में काफी अंतर होता है। पिछले साल तक मैं गणेशोत्सव पर अपने दोस्तों के घर पर जाती थी। दोस्तों को पूरे उत्साह के साथ गणपति को घर में लाना और फिर उनका विसर्जन करना देख कर मैं Excited हो जाती थी। हाँ, इस साल हमारा Celebrations उतना अधिक नहीं हो पाएगा। चलिए इस साल हम बाप्पा का स्वागत पूरी भक्तिभाव के साथ अपने दिल में करते हैं।

Advertisement