कोलकाता : पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के फरार नेता शेख शाहजहां के घर आज सुबह केंद्रीय जांच एजेंसी (ED) की टीम पहुंची है। टीम अपने साथ 100 से ज्यादा सेंट्रल फोर्स लेकर गई है। दरअसल, 19 दिन पहले (5 जनवरी) को जब ED टीम संदेशखाली गांव में शेख शाहजहां के घर रेड करने जा रही थी, तो उस पर भीड़ ने हमला कर दिया था। आज सुबह करीब 8 बजे ED की टीम कई गाड़ियों से शेख शाहजहां के घर के लिए रवाना हुई। सुरक्षाबल भी बड़े वाहनों में सवार होकर शाहजहां के घर पहुंचे। फिलहाल शाहजहां के घर के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल मौजूद हैं। हालांकि शाहजहां कहां है, इसकी कोई खबर नहीं है।
5 जनवरी को ED की टीम पहुंची तो फरार हो गया शेख शाहजहां
ED ने 5 जनवरी को राशन घोटाला मामले में राज्य के 15 ठिकानों पर रेड की थी। एक टीम नॉर्थ 24 परगना जिले के संदेशखाली गांव में शेख शाहजहां और शंकर अध्य के घर जा रही थी। इसी दौरान TMC समर्थकों ने उन्हें घेर लिया और हमला कर दिया। ED ने बताया कि भीड़ ने हमला तब किया, जब शाहजहां के घर का ताला तोड़ा जा रहा था। इससे पहले शाहजहां को कई बार फोन कर बुलाने की कोशिश की गई, लेकिन वह नहीं आए। जिले के SP से भी बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने भी बात नहीं की। तभी से वे फरार चल रहे हैं। शेख शाहजहां नॉर्थ 24 परगना जिला परिषद के मत्स्य एवं पशु संसाधन अधिकारी और संदेशखाली के TMC ब्लॉक अध्यक्ष भी हैं। वे ममता सरकार में वन मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी हैं। ED राशन घोटाला मामले में 27 अक्टूबर 2023 को ज्योतिप्रिय मलिक को गिरफ्तार कर चुकी है।
पश्चिम बंगाल पुलिस ने ED टीम पर केस दर्ज किया
पश्चिम बंगाल पुलिस ने 6 जनवरी को ED की उसी टीम के अधिकारियों पर केस दर्ज किया था, जिन पर संदेशखाली इलाके में भीड़ ने हमला किया था। अधिकारियों के खिलाफ घर में जबरन घुसने और महिला से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया। पुलिस ने इस मामले में तीन FIR दर्ज कीं। एक FIR एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ और दो FIR अनजान लोगों के खिलाफ हुईं।
क्या है राशन घोटाला
ED के मुताबिक, कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कई अनियमितताएं हुईं और राशन वितरण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ। उस वक्त ज्योतिप्रिय मलिक खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री थे। ED ने ज्योतिप्रिय मलिक के करीबी और बिजनेसमैन बकीबुर रहमान को 14 अक्टूबर 2023 को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि रहमान ने राशन डिस्ट्रीब्यूटर्स को सप्लाई किए जाने वाले चावल और गेहूं को खुले बाजार में बेच दिया था। ED ने बकीबुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद 26 अक्टूबर को ज्योतिप्रिय मलिक के ठिकानों पर रेड की। 27 अक्टूबर को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।