कोलकाता : औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 की धारा 22 की उप-धारा (1) के प्रावधानों के अनुसार कोयला उद्योग में कार्यरत 5 केन्द्रीय श्रम संगठनों के प्रतिनिधियों ने 18 अगस्त को एक दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है। केन्द्रीय श्रम संघों – भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस)), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), एटक, सीटू व इंटक द्वारा गत 15 जुलाई को सम्पन्न हुए वर्चुअल बैठक के दौरान निर्णय लिया गया है कि कोल इंडिया लिमिडेट व उसकी अनुषंगी कंपनियों तथा सिंगरेजी कालरीज कंपनी लिमिटेड तेलंगाना की सभी खदानों में निम्नलिखित 6 सूत्रीय माँगों के निराकरण के लिए हड़ताल का आह्वान कर रही है
6 सूत्रीय माँगों पर एक नजर
- कोल ब्लॉकों की कॉमर्शियल माइनिंग हेतु प्रस्तावित नीलामी को रद्द किया जाये।
- कोल इंडिया के शेयरों के विनिवेश अथवा बाई बैक पर तत्काल रोक लगाई जाए और कोल इंडिया एवं सिंगरेजी कालरीज कंपनी लिमिटेड को कमजोर करने के किसी भी कदम को तुरंत रोका जाए।
- सीएमपीडीआई को कोल इंडिया से अलग करने की योजना पर तत्काल रोक लगाई जाए।
- कोल इंडिया और सिंगरेजी कालरीज कंपनी लिमिटेड में ठेका मजदूरों के लिए कोल इंडिया की हाई पावर कमेटी द्वारा निर्धारित वेतन भुगतान लागू करना सुनिश्चित किया जाए।
- कोल वेज एग्रीमेंट्स की धारा 9.3.0/9.4.0/9.5.0 का कार्यान्वयन सुनिश्चित किया जाय।
- 2 से 4 जुलाई, 2020 की हड़ताल में कोल इंडिया के जिन अधिकारियों ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर अतिसक्रियता दिखाई है उन पर कार्रवाई की जाए।
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