‘राम’ को मन ही मन चाहती हैं दीदी बस कहती नहीं : अग्निमित्रा पॉल
कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) ने मंगलवार को राज्य में लॉकडाउन की तारीखों की घोषणा की। हालांकि उन्होंने 2 बार लॉकडाउन की तारीखों में परिवर्तन किया, इसके बाद जो तारीख सामने आयी उनमें 5 (बुधवार), 8 (शनिवार), 16 (रविवार), 17 (सोमवार), 23 (रविवार), 24 (सोमवार) व 31 (सोमवार) अगस्त शामिल हैं। मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद से ही प्रदेश भाजपा नाराज नजर आयी। उनका कहना था कि 5 अगस्त, जो कि भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन होने वाला है, उस दिन अयोध्या में राममंदिर का भव्य भूमि पूजन होना है और ऐसे दिन को लॉकडाउन की सूची में डालना दीदी का नया पैंतरा है। अब इस मामले को लेकर भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष अग्निमित्रा पॉल (Agnimitra paul) ने www.nayiaawaz.com की प्रतिनिधि कोमल सांतोरिया से बातचीत की।
अग्निमित्रा पॉल ने मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि दीदी ने तो कुछ और सोचकर शायद लॉकडाउन की घोषणा की थी लेकिन उनका यह फैसला तो हमारे लिए अच्छा ही साबित होने वाला है। अब तो लोग घर पर आराम से बैठकर अयोध्या में होने वाले ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी हो सकेंगे। दरअसल, दीदी पीके (Prashant Kishor) के इशारे पर भाजपा के लिए बाधा उत्पन्न करने के लिए 5 अगस्त को लॉकडाउन करवाना चाहती हैं लेकिन उन्होंने तो हमारा ही फायदा करा दिया है। इससे तो साफ होता है कि दीदी मन ही मन राम को चाहती हैं। हाँ, अपने तृणमूल समर्थकों के सामने वे कुछ कह नहीं पाती लेकिन राम के प्रति उनका प्यार अब दिख रहा है। उन्होंने आगे कहा कि 5 अगस्त सभी भारतीयों के लिए बेहद खास दिन है। सभी को इस दिन का इंतजार था लेकिन इसी दिन लॉडकाउन की घोषणा दीदी की बदले की राजनीति को भी दर्शाता है। हम सभी इस मौके पर पूजा का आयोजन करना चाहते थे लेकिन दीदी ने जान बूझकर हमारे लिए बाधा उत्पन्न कर दी। पूजा तो अब भी हम अपने-अपने घरों में करेंगे लेकिन अगर उदाहरण के तौर पर दमदम में कोई पूजा आयोजित करता है और भाजपा महिला मोर्चा के तौर पर मुझे कोई आमंत्रित करता है तो मैं वहाँ नहीं जा सकती। यह तणमूल की चालबाजी है लेकिन इसमें भी हमने अच्छी बात ढूँढ़ निकाली है। दरअसल, परेशानी यह है कि दीदी की अब उम्र हो गयी। भाड़े के बुद्धि पर वे काम कर रही हैं इसीलिए उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा है।
साम्प्रदायिक राजनीति करती आयी है तृणमूल
अग्निमित्रा पॉल ने आरोप लगाया कि दीदी भाजपा को साम्प्रदायिक पार्टी बोलती हैं, जबकि हमेशा तृणमूल ने साम्प्रदायिक राजनीति को अपना हथियार बनाया है। उनके लॉकडाउन के तारीखों की घोषणा भी कहीं न कहीं यह इंगित करता है। उन्होंने जब हमारे मुस्लिम भाई-बहनों का ख्याल रखा है तो फिर 5 अगस्त को वे कैसे भूल सकती हैं। उनकी लॉकडाउन की घोषणा बिना किसी योजना की है। सप्ताह में 1 या 2 दिन लॉकडाउन से क्या हासिल होगा? तृणमूल पार्टी ऐसा समझती है कि वे भगवान हैं और वो जो करेगी, सब सही है। मुख्यमंत्री यह बात भूल गयी हैं कि वे एक पब्लिक सर्वेन्ट हैं। उन्हें जनता के लिए काम करना है। न कि सिर्फ अपने और अपने भतीजे के फायदे के लिए।
2021 में दीदी नहीं रहेंगी सत्ता में
अग्निमित्रा पॉल ने यह दावा किया कि साल 2021 के विधानसभा चुवान में भाजपा का ही परचम लहरायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोगों से वादा कर रही हैं कि वे आजीवन सबको मुफ्त राशन देंगी। उन्हें शायद ऐसा लगता है कि वे हमेशा के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री बनी हैं लेकिन वे इस भ्रम में न रहें तो अच्छा है। अब उनकी उम्र हो गयी है और उनके रिटायर होने का वक्त आ गया है। जनता भी उनके काम से त्रस्त है। 2021 में उनका सत्ता से जाना तय है और यह काम भाजपा ही करेगी।
महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर चुप क्यों हैं दीदी?
अग्निमित्रा पॉल ने राज्य में महिलाओं की स्थिति और मुख्यमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि पहले यहाँ महिलाओं पर अत्याचार किया जाता है और फिर पूरे मामले को दबा दिया जाता है। एक बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना घटती है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका जिक्र ही नहीं रहता। राज्य की पुलिस भी पुलिस मंत्री के रूप में काम रही दीदी के इशारों पर चल रही है। भाजपा की नजर ऐसे पुलिस कर्मियों पर है। फिलहाल तो भाजपा बंगाल की सत्ता में नहीं है लेकिन जब भाजपा सत्ता में आयेगी तो अभी अपनी जिम्मेदारियों से मुँह मोड़ रहे पुलिस कर्मियों को इसका हिसाब देना होगा। निराशाजनक बात यह है कि एक महिला होकर दीदी महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर चुप हैं।
गिरफ्तारी से नहीं डरती भाजपा महिला मोर्चा
अग्निमित्रा पॉल ने यह भी साफ कर दिया है कि राज्य की सभी महिलाओं के साथ भाजपा खड़ी है। किसी भी महिला पर हो रहे अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। हम आज भी महिलाओं के लिए लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। तृणमूल के पास एक ही हथियार है हमारे खिलाफ पुलिस का इस्तेमाल लेकिन भाजपा महिला मोर्चा गिरफ्तारी से नहीं डरती। महिलाओं के हित की लड़ाई में दीदी हमें जितनी बार गिरफ्तार करना चाहें कर लें लेकिन भाजपा महिला मोर्चा का आंदोलन रूकने वाला नहीं है।