कोलकाता: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को गुजरात से राज्यसभा की सीट के लिए होने वाले चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की 6 सीटों के लिए इस महीने होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और बीजेपी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सी. आर. पाटिल भी जयशंकर के साथ राज्य विधानसभा परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने निर्वाचन अधिकारी रीता मेहता को नामांकन पत्र सौंपा। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 13 जुलाई और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 17 जुलाई है। आवश्यक होने पर मतदान 24 जुलाई को होगा।
गुजरात से राज्यसभा की 11 सीट में से वर्तमान में 8 पर बीजेपी और बाकी पर कांग्रेस का कब्जा है।
क्यों हो रहा है गुजरात की तीन सीटों के लिए चुनाव?
बीजेपी के पास जो आठ सीटें हैं, उनमें से एस जयशंकर, जुगलजी ठाकोर और दिनेश अनावाडिया का कार्यकाल 18 अगस्त को समाप्त हो जाएगा। इन्हीं 3 सीटों के लिए ही चुनाव होना है।
कांग्रेस ने गत शुक्रवार को कहा था कि वह गुजरात से राज्यसभा की तीन सीट के लिए होने वाले चुनाव में उम्मीदवार नहीं उतारेगी क्योंकि 182 सदस्यीय विधानसभा में उसके पास पर्याप्त विधायक नहीं हैं।
टीएमसी ने किया बंगाल से 6 उम्मीदवारों की घोषणा
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पश्चिम बंगाल में राज्यसभा की छह सीटों के लिए जिन उम्मीदवारों की घोषणा की है उनमें डेरेक ओ’ब्रायन, सुखेंदु शेखर रे और डोला सेन शामिल हैं। डेरेक ओ’ब्रायन साल 2011 से सांसद हैं और राज्यसभा में पार्टी के नेता हैं जबकि 2012 में संसद के ऊपरी सदन में चुने गए रे उप मुख्य सचेतक हैं। वहीं वरिष्ठ नेता डोला सेन साल 2017 में सांसद बनी थीं।
जिन लोगों को पहली बार राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया गया है उनमें बांग्ला संस्कृति मंच के अध्यक्ष समीरुल इस्लाम, टीएमसी के अलीपुरद्वार जिले के अध्यक्ष प्रकाश चिक बडाइक और आरटीआई कार्यकर्ता एवं टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले शामिल हैं।
क्यों खाली हुईं बंगाल की 6 सीटें?
डेरेक ओ’ब्रायन, रे और सेन के अलावा कांग्रेस सांसद प्रदीप भट्टाचार्य, टीएमसी की असम की नेता सुष्मिता देव और उसके दार्जीलिंग की नेता शांता छेत्री का कार्यकाल समाप्त हो गया है जिसके कारण ये छह सीटें खाली हुई हैं।
गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लुईजिन्हो फलेरियो के अप्रैल में टीएमसी सांसद के रूप में इस्तीफा देने के बाद पश्चिम बंगाल से राज्यसभा की सातवीं सीट भी खाली हो गयी है। इन छह सीटों पर चुनाव के साथ ही इस सीट पर उपचुनाव 24 जुलाई को होगा।