Gujarat High Court: जस्टिस सोनिया गोकानी बनेंगी गुजरात हाई कोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश

0
31
Chief Justice of Gujarat Sonia Gokani

कोलकता: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को गुजरात हाईकोर्ट की सबसे सीनियर जज जस्टिस सोनिया गोकानी की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है। गुजरात के मौजूदा चीफ जस्टिस अरविंद कुमार को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया है।

जस्टिस गोकानी की हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद पर नियुक्ति उस तारीख से प्रभावी होंगी जब जस्टिस अरविंद कुमार हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में कार्यभार छोड़ देंगे।

गुजरात हाई कोर्ट की पहली महिला चीफ जस्टिस

जस्टिस गोकानी पहली महिला जज होंगी जो कि गुजरात हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस बनेंगी। वह 15 दिन तक बतौर चीफ जस्टिस काम करेंगी। जस्टिस गोकानी 25 फरवरी को रिटायर हो जाएंगी। बता दें उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 62 साल की उम्र में और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश 65 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं।

जस्टिस गोकानी को 17 फरवरी, 2011 को हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। वह बतौर हाई कोर्ट जज कई ऐतिहासिक फैसले दे चुकी हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने 2003 से 2008 के बीच आतंकवाद से जुड़े मामलों में कड़े फैसले सुनाए थे। कोरोना काल के दौरान ऑनलाइन कोर्ट के संचालन में खुद अपने फैसले टाइप करती थीं।

की नियुक्ति की अधिसूचना जारी कर दी है। गुजरात के मौजूदा चीफ जस्टिस अरविंद कुमार को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया है।

जस्टिस गोकानी की हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद पर नियुक्ति उस तारीख से प्रभावी होंगी जब जस्टिस अरविंद कुमार हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में कार्यभार छोड़ देंगे।

गुजरात हाई कोर्ट की पहली महिला चीफ जस्टिस

जस्टिस गोकानी पहली महिला जज होंगी जो कि गुजरात हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस बनेंगी। वह 15 दिन तक बतौर चीफ जस्टिस काम करेंगी। जस्टिस गोकानी 25 फरवरी को रिटायर हो जाएंगी। बता दें उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 62 साल की उम्र में और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश 65 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होते हैं।

जस्टिस गोकानी को 17 फरवरी, 2011 को हाईकोर्ट के जज के रूप में नियुक्त किया गया था। वह बतौर हाई कोर्ट जज कई ऐतिहासिक फैसले दे चुकी हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने 2003 से 2008 के बीच आतंकवाद से जुड़े मामलों में कड़े फैसले सुनाए थे। कोरोना काल के दौरान ऑनलाइन कोर्ट के संचालन में खुद अपने फैसले टाइप करती थीं।

Advertisement