कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थकों द्वारा राजधानी ब्रासीलिया में विभिन्न स्थानों पर हंगामा किए जाने की खबरों पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत ब्राजील के प्राधिकारियों के साथ खड़ा है। बता दें अमेरिकी राष्ट्रपति और यूएन महासचिव ने इन प्रदर्शनों की निंदा की है।
पीएम ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, ‘ब्रासीलिया में सरकारी संस्थानों के खिलाफ दंगे व तोड़फोड की खबरों से बहुत चिंतित हूं। सभी को लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान करना चाहिए। हम ब्राजील के प्राधिकारियों को पूरा समर्थन देते हैं।’
ज्ञात हो कि रविवार को बोल्सोनारो के समर्थकों ने राजधानी में सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रपति भवन और अन्य स्थान पर धावा बोल दिया। राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा के कार्यभार संभालने के एक सप्ताह बाद बोल्सोनारो के समर्थकों ने यह हंगामा किया। बोल्सोनारो ने उनके खिलाफ आए चुनावी नतीजों को मानने से इनकार दिया था, तभी से उनके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं।
खबरों के मुताबिक हजारों प्रदर्शनकारियों ने अवरोधक को पार कर सुरक्षा घेरा तोड़े, छतों पर चढ़ गए, खिड़कियां तोड़ दीं और तीन इमारतों पर धावा बोला। इनमें से कई चुनाव परिणाम स्वीकार करने से इनकार करते हुए सशस्त्र बलों से इसमें हस्तक्षेप करने और बोल्सोनारो को दोबारा राष्ट्रपति बनाए जाने की मांग कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडने ने ट्वीट किया, ‘मैं लोकतंत्र पर और ब्राजील में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर हमले की निंदा करता हूं। ब्राजील के लोकतांत्रिक संस्थानों को हमारा पूरा समर्थन है और ब्राजील के लोगों की इच्छा को कम नहीं आंका जाना चाहिए।’
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, ‘मैं आज हुए ब्राजील के लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमले की निंदा करता हूं। ब्राजील के लोगों और लोकतांत्रिक संस्थाओं की इच्छा का सम्मान किया जाना चाहिए। मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसा ही होगा। ब्राजील एक महान लोकतांत्रिक देश है।’