Nayi Aawaz विशेष : उल्लू की आवाज से फैला भूत-प्रेत का आतंक!

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प्रतिकात्मक फोटो

कोलकाता : भूत-प्रेत की कहानियाँ सुनने में काफी रोचक लगती हैं। टीवी या फिल्मों में भूत-प्रेतों की कहानियाँ लोगों का खूब डराती हैं लेकिन सच्चाई के धरातल पर इन कहानियों का अस्तित्व क्या है इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। शहर में भूतों की बातें उतनी नहीं होतीं, जितनी की ग्रामीण इलाकों में होती हैं। कई बार भूतों के नाम पर अफवाह को जन्म दे दिया जाता है और इन अफवाहों की आड़ में समाज विरोधी लोग अपना उल्लू सीधा करते रहते हैं। कई बार कुछ लोगों के साथ अकल्पनीय घटनाएँ भी घटती हैं, जिससे ऐसा लगता है कि भूत-प्रेत जैसी कोई चीज तो है लेकिन जिसके साथ ऐसी घटनाएँ नहीं घटती उसके लिए इसपर विश्वास करना भी सम्भव नहीं होता। वे इसे अन्धविश्वास की श्रेणी में आँकते हैं। पश्चिम बंगाल (West Bengal) के उत्तर 24 परगना जिले के अशोकनगर-कल्याणगढ़ नगर पालिका के 22 नंबर वार्ड में कुछ दिनों से भूतहा आतंक फैला हुआ था। लोग इससे आतंकित थे। भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति ने आतंकित लोगों को प्राथमिक राहत दिलाने का प्रयास किया।

भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति के संयुक्त सचिव संतोष शर्मा ने बताया कि भूत-प्रेत है कि नहीं?  इस प्रश्न को लेकर तर्क-वितर्क का अंत नहीं है लेकिन जब भी कहीं भूत-प्रेत होने की अफवाह फैल जाती है तब अधिकांश लोग भूत को लेकर फैली अफवाह के पीछे तर्कसंगत कारणों का पता लगाने के बजाय अफवाह को और ज्यादा फैलाने में लग जाते हैं। इसका नतीजा यह होता है कि देखते ही देखते एक साधारण सी अफवाह विशाल रूप धारण कर लेती है।

ऐसी ही एक अफवाह पश्चिम बंगाल (West Bengal) के उत्तर 24 परगना जिले के अशोकनगर-कल्याणगढ़ नगर पालिका के 22 नंबर वार्ड स्थित धानकल इलाके में पिछले कई दिनों से फैली हुई है। यहां स्थित निजी जे.एन.पी. कॉलेज व हॉस्टल में भूत होने की अफवाह फैली हुई है। स्थानीय कुछ लोगों का कहना है कि आधी रात में कॉलेज और हॉस्टल से अजीब गरीब आवाजें आती हैं। कभी कभार यहाँ एक महिला के चीखने और और रोने की आवाज भी सुनाई देती है। रात में ही नहीं बल्कि दिन में कॉलेज या हॉस्टल परिसर में जाने वालों के भूतहा आतंक से रोंगटे खड़े हो जाते हैं।

कॉलेज से कुछ दूरी पर एक श्मशान स्थित होने के कारण भूत की अफवाह सनसनी बन कर फैली हुई है। शाम ढलने के बाद लोग इस कॉलेज के पास से गुजरने में भी कतराते हैं। कुल मिलाकर भूत के भय से इलाके के अनेक  लोगों की रातों की नींद उड़ी हुई है। इस बीच अशोकनगर के जे.एन.पी. कॉलेज व हॉस्टल में भूत होने की फैली अफवाह के पीछे कारण का पता लगाने के लिए युक्तिवादी कार्यकर्ताओं ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्हें जांच में यहां भूत होने जैसा कुछ भी नहीं मिला। हालांकि उन्हें एक कमरे से एक मरा हुआ उल्लू मिला। शायद इसी उल्लू की आवाज को लोग एक महिला के रोने और चीखने की आवाज समझे हों। 

इस बारे में भारतीय विज्ञान व युक्तिवादी समिति के अध्यक्ष प्रबीर घोष ने कहा कि भूत प्रेत का वास्तव में कोई भी अस्तित्व ही नहीं है। यह सिर्फ अंधविश्वास और कल्पना मात्र है। कुछ शरारती तत्वों ने लोगों को डराने के लिए उस कॉलेज व हॉस्टल में भूत होने की अफवाह फैलाई है। अगर अशोकनगर के लोगों को यह लगता है कि वाकई में वहां भूत है? तो उन्हें मेरी 50 लाख रुपए की चुनौती है। यदि स्थानीय लोगों ने यह साबित कर दिखाया कि भूत है तो वे उन्हें 50 लाख रुपये देंगे। घोष ने पुलिस और प्रशासन से यह अनुरोध किया कि जे.एन.पी. कॉलेज में भूत होने की अफवाह फैलाने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्हें यह भी आशंका है कि  इस कॉलेज और हॉस्टल में असामाजिक तत्व भूत की अफवाह फैला कर कोई गैर कानूनी कामकाज को अंजाम भी दे सकते हैं।वहीं कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि यहां भूत होने जैसी कुछ भी नहीं है। हालांकि उन्हें यह संदेह है कि साजिश के तहत भूत होने की अफवाह फैलाई गई हो।

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