रहें सावधान, नहीं तो हो जाएँगे ठगी के शिकार
राजेश कुमार ठाकुर
कोलकाता : स्मार्ट फोन के आने के बाद से वर्चुअल दुनिया में लोगों की रूची काफी बढ़ी है। लोग अपने फोन का इस्तेमाल केवल सोशल मीडिया साइट्स पर अपनी मौजूदगी दर्ज करवाने के लिए ही नहीं करते हैं बल्कि अपने बैंकिंग संबंधी लेन-देन में भी करते हैं। करें भी क्यों ना बस चंद क्लिक करते ही काम जो हो जाता है। हालांकि अगर सावधान रहकर ये क्लिक न किए जाएँ तो पलक झपकते लोग ठगी के शिकार भी हो सकते हैं। फोन कर लोगों से डेबिट व क्रेडिट कार्ड की डिटेल लेकर ठगी करने के पैंतरे अब लगभग पुराने हो चले हैं। ऐसी ठगी के फोन आने पर लोग अब ठगी करने वालों की ही मौज ले लेते हैं। इन्हीं कारणों से ठगी करने वाले अपने पैंतरे भी बदलते रहते हैं। इन दिनों एक नया पैंतरा काफी तेजी से फैल रहा है, जो है फेसबुक के Messenger से ठगी करने का। जी, सही पढ़ा आपने वही मैसेंजर जिसके माध्यम से आप अपने फेसबुक से जुड़े मित्रों के साथ चैट करते हैं। आपके इसी Messenger का इस्तेमाल आपको चूना लगाने के लिए भी हो सकता है।
ऐसे करते हैं ठगी
इन दिनों ठगी करने वाले स्पूफिंग (Spoofing) के माध्यम से लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं। ठगी करने वाला व्यक्ति आपकी जानकारी के बिना आपके मैसेंजर से आपके किसी फेसबुक मित्र से बातचीत करता है। इसके बाद किसी आपात जरूरत का हवाला देते हुए वह सामने वाले व्यक्ति से रुपये की माँग करता है। सामने वाला व्यक्ति यही समझता है कि रुपये की माँग आप कर रहे हैं, जिसपर भरोसा कर आपके मित्र आपकी मदद के लिए ऑनलाइन मनी ट्रांसफर के माध्यम से बताए गए नंबर पर रुपये भेज देते हैं। इसका खुलासा तभी होता है जब आपका मित्र आपसे दिए गए रुपये वापस माँगे और आप उसे बताएँ कि आपने रुपये लिए ही नहीं है।
केवल पीड़ित के पास रहता है चैट हिस्ट्री
ठगी का शिकार हुआ व्यक्ति आपसे बातचीत होने की चैट हिस्ट्री आपको दिखा सकता है लेकिन आपके पास उस चैट की कोई जानकारी नहीं होगी। क्योंकि स्पूफिंग में ठगी करने वाले अज्ञात स्त्रोत (Unknown Source) से आपके अकाउंट का इस्तेमाल कर पीड़ित के पास मैसेज भेजकर चैट करता है इसलिए आपके पास उस चैट का कोई भी हिस्ट्री स्टोर नहीं होता है।
सतर्कता से बचाव सम्भव
Messenger में किसी Stranger की जानकारी सतर्क रहने से आपको मिल सकती है। स्पूफिंग करने वाले चैट बॉक्स में इधर-उधर की बातें नहीं करते। वे सीधे मुद्दे की बात यानी रुपये की माँग करते हैं। वहीं भी जल्द से जल्द लौटा देने के वादे के साथ। ऐसे में पीड़ित व्यक्ति अपने मित्र की मदद के लिए रुपये भेजने की बात को मान जाता है और इनके जाल में फँस जाता है। यदि आपके पास भी ऐसा मैसेज आता है तो सबसे पहले उस मित्र से किसी और माध्यम से सम्पर्क करें और पूछें कि क्या सच में उन्होंने ही मैसेज किया है। जल्दबाजी में कोई फैसला न करें क्योंकि स्पूफिंग करने वाले चाहते हैं कि आप समय न लेते हुए रुपये ट्रांसफर करें क्योंकि आपका समय लेना इनके काम को खराब कर देगा।