कोलकाता : पिछले कुछ दिनों में राज्य में तेज गति से बढ़ रहे कोरोना के मामले अब लोगों को आतंकित कर रहे हैं। बात अगर सिर्फ कोलकाता की जाये तो पूरे राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले में कोलकाता प्रथम स्थान पर है। अभी तो यहाँ कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ मामले दर्ज हो रहे हैं। 16 जुलाई तक कोलकाता में कोरोना के कुल 11 हजार 471 मामले दर्ज किये जा चुके हैं। वहीं पूरे राज्य में कोरोना का मामला 36 हजार के पार जा पहुँचा है। अजीब बात यह है कि राज्य में कोरोना के मामले तो लगातार बढ़ रहे हैं लेकिन कंटेनमेंट जोन की संख्या कम हो रही है। 16 जुलाई तक कोलकाता में कंटेनमेंट जोन की संख्या 24 दर्ज की गयी थी जो कि पहले 28 थी। इसीलिए लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर कंटेनमेंट जोन चिन्हित करने के लिए सरकार किस फॉर्मूले का इस्तेमाल कर रही है
एक नजर कंटेनमेंट जोन की जारी सूची पर
पश्चिम बर्दवान में बढ़ रहे मामले लेकिन कंटेनमेंट जोन है ‘नील’
बात अगर पश्चिम बर्दवान की जाये तो यहाँ भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यहाँ अब तक कोरोना के 292 मामले सामने आ चुके हैं। गुरुवार को ही यहाँ कोरोने के 31 मामले सामने आये थे लेकिन बात अगर यहाँ चिन्हित कंटेनमेंट जोन की जाये तो सरकार के मुताबिक यहाँ कंटेनमेंट जोन की संख्या नील है। आखिर ऐसा कैसे हो सकता है, यही बात किसी को समझ नहीं आ रही है।